सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर अपने सभी वादे पूरे नहीं कर पाए। हालांकि इस बात से बाद में वो इनकार करने लगीं जिस पर संबित पात्रा ने उन्हें जवाब दिया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ समय पहले पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अपने इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा था कि उनका अपमान हुआ था इस कारण उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया। कैप्टन इस बीच गृहमंत्री अमित शाह से भी मिले जिसे लेकर ऐसी अटकलें तेज़ हो गईं कि वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने जल्द ही यह स्पष्ट कर दिया कि वो बीजेपी में नहीं जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब वो कांग्रेस में भी नहीं रहेंगे। उनके इस्तीफे को लेकर बहस अभी तक छिड़ी हुई है।
आज तक के एक डिबेट शो में बोलते हुए कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कैप्टन अपने सभी वादे पूरे नहीं कर पाए इसलिए सबकी सर्वसम्मति से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। वो बोलीं, ‘कैप्टन साहब ने काम किया कांग्रेस की सरकार में लेकिन बहुत सारे वादे थे जिसे पूरे नहीं किए और इसलिए सर्वसम्मति से, सबसे बातचीत कर, विधायकों का मत लेकर निर्णय लिया गया कि हम चन्नी जी (चरणजीत सिंह चन्नी) को मुख्यमंत्री बनाएंगे।’
उनकी इस टिप्पणी पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा बोले, ‘कैप्टन साहब साढ़े चार साल तक मुख्यमंत्री रहे और अभी कांग्रेस की प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने जो वादे थे उनको पूरा नहीं किया। तो एक तरह से आप मानती हैं कि कांग्रेस पार्टी ने जो वादे किए थे पंजाब में… ।’ संबित पात्रा की बातों के बीच सुप्रिया श्रीनेत ने असहमति से अपना सिर हिलाते हुए कहा, ‘मैंने बिलकुल ऐसा नहीं कहा…बिलकुल नहीं।’
उनके इनकार पर संबित पात्रा बोले, ‘आप रिवाइंड कराके देख सकतीं हैं…जनता जनार्दन.. सब लोग यहां आपको देख रहे हैं।’ शो की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भी संबित पात्रा की बातों से सहमती जताते हुए सुप्रिया श्रीनेत से कहा कि उन्होंने खुद ये बात कही है लेकिन सुप्रिया श्रीनेत इनकार करतीं रहीं।
संबित पात्रा आगे बोले, ‘इन्होने कहा कि कैप्टन साहब ने जो कहा वो वादे पूरे नहीं किए। इससे बड़े कंफेशन क्या हो सकता है? इससे बड़ी स्वीकृति क्या हो सकती है कि पंजाब की जनता को कांग्रेस की सरकार ने इतने वर्षों तक वो नहीं दिया जो उन्होंने कहा था। इस कारण से कैप्टन साहब को हटाना पड़ा। अगर ये सारा विषय कांग्रेस को पता था तो पहले ही कैप्टन साहब को क्यों नहीं हटा रही थी?’