इस पॉलिसी में जमा किए गए सभी पैसे सुरक्षित रूप से अंत में वापस आ जाते हैं। हालांकि, इस तरह के कम जोखिम के कारण, योजना से रिटर्न भी कम ही होते हैं। इसमें आपको 1000 रुपए के निवेश पर 58 रुपए ही मिलते हैं।

अगर आप भी अपने बच्चे को कम उम्र में ही लखपति बनाना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की बाल जीवन बीमा योजना सबसे माकूल है। इसमें बच्चा मात्र 10 साल की उम्र में ही लखपति बन जाता है। वो भी 18 रुपए का प्रीमियम देकर। पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस बाल जीवन बीमा एक प्रकार की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी है। इंडिया पोस्ट की ओर चलाई जा रही सभी स्कीम गारंटीड रिटर्न देने का दावा करती हैं। इसमें जोखिम भी काफी कम होता है। यह योजना विशेष रूप से समाज के आर्थिक रूप से निम्न वर्ग के लिए जो अधिक जोखिम नहीं उठा सकते हैं, उनके लिए सबसे बेहतर योजना है।
पोस्टल लाइफ इंश्यारेंस बाल जीवना बीमा क्या है
बाल जीवन बीमा, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के तहत, भारतीय माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक फंड बनाने में मदद करने के लिए बनाई गई है। चूंकि यह इंडिया पोस्ट द्वारा संचालित और मॉनिटर किया जाता है, इसलिए इसमें जोखिम ना के बराबर होता है। इस पॉलिसी में जमा किए गए सभी पैसे सुरक्षित रूप से अंत में वापस आ जाते हैं। हालांकि, इस तरह के कम जोखिम के कारण, योजना से रिटर्न भी कम ही होते हैं। इसमें आपको 1000 रुपए के निवेश पर 58 रुपए ही मिलते हैं।
यह सब होता है कवर
- इस पॉलिसी में माता-पिता की मृत्यु शामिल है।
- माता-पिता की अचानक मौत के बाद बच्चे को पॉलिसी के पूरा होने पर बोनस के साथ बीमा राशि प्राप्त होगी।
- माता-पिता की मौत के बाद भविष्य के सभी प्रीमियमों का भुगतान माफ हो जाता है।
- योजना के तहत अधिकतम राशि 3 लाख रुपए या माता-पिता द्वारा चुनी गई बीमा राशि (जो भी कम हो)।
कैसे काम करती है यह पॉलिसी
- माता-पिता अपने नाम पर पॉलिसी खरीदते हैं, नॉमिनी के रूप में बच्चे के साथ।
- इसका कारण यह है कि प्रीमियम का भुगतान सीधे माता-पिता को करना होता है, जबकि बच्चा केवल लाभार्थी होता है।
- इस प्रीमियम का भुगतान पॉलिसी अवधि के अंत तक किया जाना है। जैसे ही यह अवधि समाप्त होती है उसके बाद इसे रिन्यू नहीं किया जा सकता है।
बच्चों और माता पिता की उम्र
- यह पॉलिसी वो ही माता-पिता ले सकते हैं जिनके अधिकतम बच्चों की संख्या दो हो।
- बच्चे की आयू 5 से 20 वर्ष होना जरूरी है।
- अभिभावकों की उम्र 18 से 45 वर्ष होना अनिवार्य है।
- इस पॉलिसी की अधिकतम बीमा राशि 3 लाख रुपए है।
- अगर आप पांच साल के लिए पॉलिसी लेते हैं तो आपको 18.88 रुपए का प्रीमियम जमा करना होगा।
- वहीं बात 20 साल के लिए पॉलिसी लेते हैं तो आपको 5.92 रुपए का प्रीमियम जमा करना होगा।
इन लोगों को मिल सकती है पॉलिसी
- केन्द्रीय सरकार
- रक्षा सेवाएं
- अर्धसैनिक बल
- राज्य सरकार
- स्थानीय निकाय
- सरकारी सहायता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान
- भारतीय रिजर्व बैंक
- सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
- फाइनेंशियल संस्थाए
- राष्ट्रीयकृत बैंक
- ऑटोनॉमस बॉडी
- डाक विभाग में विभागीय एजेंट
- कर्मचारियों को केंद्र / राज्य सरकार द्वारा एग्रीमेंट के आधार पर नियुक्त किया जाता है जहां एग्रीमेंट विस्तार योग्य है
- सभी लिस्टेड वाणिज्यिक बैंकों के कर्मचारी
इन डॉक्युमेंट्स की पड़ती है जरुरत
- आवेदन फॉर्म
- बच्चे और अभिभावक का आईडी प्रूफ (आधार कार्ड, राशन कार्ड, आदि)
- आयु प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आदि)
- पता प्रमाण (राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आदि)
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- बीमा कंपनी द्वारा मांगे गए कोई अन्य दस्तावेज
इन बातों का ध्यान रखना है जरुरी
- इस योजना को किसी भी नजदीकी डाकघर से आसानी से खरीदा जा सकता है
- नॉमिनी को पॉलिसी के दौरान किसी भी समय बदला जा सकता है, जिससे योजना काफी आसान हो जाती है।
- मेच्योरिटी लाभ में बीमा राशि और बोनस दोनों शामिल हैं।
- बच्चे की मृत्यु के मामले में, पॉलिसी समाप्त हो जाती है और बोनस + बीमा राशि मिलती है।
- इस योजना में लोन की कोई सुविधा नहीं है, यानी कोई भी बाल जीवन बीमा की सिक्योरिटी पर लोन नहीं ले सकता है।
इस योजना के फायदे
इस योजना को खरीदना उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो ज़्यादा निवेश नहीं कर सकते, लेकिन अपने बच्चों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करना चाहते हैं।
- माता-पिता की अचानक मृत्यु पर, प्रीमियम माफ कर दिया जाता है, लेकिन पॉलिसी पूरी अवधि तक जारी रहती है।
- यदि कोई कुछ कारणों से प्रीमियम का भुगतान करने में सक्षम नहीं है, तो वे पॉलिसी को पेड-अप प्लान में बदल सकते हैं, जो योजना के कुछ लाभों को रद्द कर देगा (केवल अगर प्रीमियम का भुगतान लगातार 5 वर्षों के लिए किया गया है)।
- कोई जोखिम नहीं है, यानी पेबैक की गारंटी है।
- यह बाजार में उपलब्ध सबसे सस्ती बाल बीमा योजनाओं में से एक है।
- मूल पॉलिसी दस्तावेज़ खो जाने की स्थिति में डुप्लिकेट बॉन्ड प्रमाणपत्र जारी किया जा सकता है।