बीकेयू नेता ने कहा कि ऐसे बहुत लोग हैं, जो मध्यस्थता करते रहते हैं। इससे हमें कोई मतलब नहीं, जो भी इन कानूनों को खत्म करा सकता है, वह कराए। यह जब तक नहीं होगा, तब तक धरना चलता रहेगा।

कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग को लेकर करीब साल भर से विरोध प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे किसानों की मांग अब भी कायम है। उससे पीछे हटने का सवाल नहीं है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि इस आंदोलन काे जो खत्म कराना चाहते हैं, पहले वे तीनों कानूनों को खत्म कराएं और एमएसपी पर गारंटी दिलाएं। जब उनसे पूछा गया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करके इन कानूनों को खत्म कराने की पहल की है तो वे बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह की गृहमंत्री अमित शाह से क्या बातचीत हुई, यह तो वही बताएं।
एबीपी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि मेरी मांग है कि तीनों कानून वापस हो और एमएसपी पर पक्की गारंटी मिले। उसके बाद ही सरकार से बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि कैप्टन साहब न तो सरकार में हैं और न ही किसी पार्टी में हैं। ऐसे बहुत लोग हैं, जो मध्यस्थता करते रहते हैं। इससे हमें कोई मतलब नहीं जो भी इन कानूनों को खत्म करा सकते हैं, वे कराएं। यह जब तक नहीं होगा, तब तक धरना चलता रहेगा।
बोले कि सरकार से कौन मिलता है और कौन नहीं मिलता है इससे हमें कोई लेना-देना नहीं है। हमारे लिए मध्यस्थता का कोई अर्थ नहीं है। जो भी हमारे मुद्दे हल करा सकता है, करा दे। हमें कोई एतराज नहीं है। वह कोई भी हो सकता है। कहा कि जब तक सरकार नहीं सुनेगी, तब तक हम आंदोलन जारी रखेंगे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात कर उनसे किसानों की समस्या पर तुरंत फैसला लेने का आग्रह किया। गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर सिंह ने कहा, ‘‘किसान आंदोलन को लेकर एक साल पूरा हो गया। कुछ तो समाधान निकलना चाहिए। मुझे डर है कि इससे पंजाब में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं, यह मैं नहीं चाहता।’’
उनके मुताबिक, ‘‘मैने गृहमंत्री से कहा है कि किसानों की सभी मांगों को मानने और फसल विविधिकरण के लिए पंजाब को 25 हजार करोड़ रुपये दिए जाएं।’’ बताया कि गृहमंत्री के साथ बैठक करीब 45 मिनट चली।