छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में लगातार छठी बार कोई बार कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब ये है कि अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के बीच पोस्ट ऑफिस की इन छोटी योजनाओं के लिए वो ही ब्याज दरें रहेंगी, जो बीती तिमाही में देखने को मिली थी।

वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) सहित छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में लगातार छठी बार कोई बार कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब ये है कि अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के बीच पोस्ट ऑफिस की इन छोटी योजनाओं के लिए वो ही ब्याज दरें रहेंगी, जो बीती तिमाही में देखने को मिली थी। इसके अलावा, अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान किए गए नए निवेशों पर भी पिछली तिमाही की तरह ही ब्याज दर हासिल होगी।
मंत्रालय के सर्कुलर के अनुसार पीपीएफ पर 7.10 फीसदी, एनएससी पर 6.8 फीसदी और पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम से 6.6 फीसदी की कमाई होगी, साथ ही वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर 7.4 फीसदी ही रहेगी। 5 वर्षीय मंथली इनकम स्कीम पर 6.6 फीसदी की ब्याज दर लागू है। जबकि 5 वर्षीय एनएससी सालाना 6.8 फीसदी कंपाउंडिंग ऑफर कर रही है। 1 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.5 फीसदी है जबकि 5 साल की जमा राशि पर यह दर 6.7 फीसदी प्रति वर्ष है।
वित्त मंत्रालय के सर्कूलर के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज की दरें 1 अक्टूबर, 2021 से शुरू होकर 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त होंगी। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती हैं। एक वर्ष की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.5 प्रतिशत की ब्याज दर जारी रहेगी। सुकन्या समृद्धि योजना खाते पर 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 7.4 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी। वरिष्ठ नागरिकों की योजना पर ब्याज का भुगतान त्रैमासिक रूप से किया जाता है।
सेविंग अकाउंट पर पर ब्याज दर 4 प्रतिशत प्रतिवर्ष बनी रहेगी। एक से पांच साल की फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.5-6.7 प्रतिशत के बीच होगी, जिसका भुगतान तिमाही में किया जाएगा, जबकि पांच साल की रिकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.8 प्रतिशत का उच्च ब्याज अर्जित करेगी। छोटी बचत योजनाएं छोटे निवेशकों को बैंक एफडी से बेहतर ब्याज दर दिलाती रहेंगी। उदाहरण के लिए, डाकघर बचत योजना के तहत पांच साल की फिक्स्ड डिपॉजिट 6.7 फीसदी ब्याज दर देती है। भारत में शीर्ष बैंक आम तौर पर इसी अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.4-5.5 फीसदी ब्याज दरों की पेशकश करते हैं।