शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा कि पत्रकारों के लिए एफ़आईआर, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए राजद्रोह, आवाज उठाने वाले छात्रों के लिए जेल, विपक्षी पार्टियों के लिए ईडी-सीबीआई और आन्दोलनकारियों को देश विरोधी टैग देना ही भाजपा के लिए लोकतंत्र है।

26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसियों ने राजनीतिक कार्यकर्ता समेत कई लोगों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है। सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही को लेकर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर भाजपा के लोकतंत्र का मतलब बताया है। प्रियंका के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी जमकर मजे लिए।
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा कि पत्रकारों के लिए एफ़आईआर, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए राजद्रोह, आवाज उठाने वाले छात्रों के लिए जेल, विपक्षी पार्टियों के लिए ईडी-सीबीआई और आन्दोलनकारियों को देश विरोधी टैग देना ही भाजपा के लिए लोकतंत्र है। प्रियंका के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर प्रतिक्रिया दी।
FIR for journalists
Sedition for activists
Jail for dissenting students
ED,IT,CBI for opposition voices
Anti National tag for protestors.BJP‘s democrazy.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) February 22, 2021
आनंदी नाम के एक यूजर्स ने प्रियंका के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि इंक फेंकना, लोगों को धमकाना ही आपके लिए लोकतंत्र का मतलब है। आपके राज्य में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं और वहां दोबारा से लॉकडाउन लगने की संभावना है। इसलिए आप राजनीति के बजाय लोगों को बचाने पर ध्यान दीजिये।
इसके अलावा भूपेन्द्र प्रताप सिंह नाम के एक यूजर ने कबीर की एक पंक्ति को ट्वीट करते हुए लिखा कि आपके और आपकी पार्टी यह लाइन सटीक बैठती है कि बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय, जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय। वहीँ सत्या नाम के एक यूजर ने लिखा कि आपके द्वारा ट्वीट की गयी कौन सी लाइन आपकी पार्टी शिवसेना के लिए सटीक बैठती है।
वहीँ कुछ यूजर्स ने प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट का समर्थन भी किया। अंजनी कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि फासिस्ट इंडिया में आपका स्वागत है। इसके अलावा अमित नाम के एक यूजर ने लिखा कि भाजपा के शासन में विरोध करना मानो गुनाह हो गया है। यहाँ हर किसी को जेल में डाला जा रहा है। यह एक अघोषित आपातकाल की तरह है।