लखीमपुरी खिरी हिंसा में किसानों की मौत के बाद विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट होता दिख रहा है। किसानों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया है तो वहीं अखिलेश यादव के घर के बाहर पहरा बैठा दिया गया है।

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर हिंसा पर विपक्ष पूरी तरह से लामबंद होता दिक रहा है। कांग्रेस, सपा, टीएमसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं राज्य सरकार, विपक्ष पर इस मामले को लेकर अब सख्ती करती दिख रही है।
किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए निकलीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान प्रियंका गांधी और पुलिस वालों में बहस भी होती दिखी। गिरफ्तारी से पहले प्रियंका गांधी ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश पुलिस है। सत्ता के अहंकार में आवाज दबा रहे हैं। किसानों के परिवार से मिलने से रोका जा रहा है। न्याय की आवाज कभी दबती नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है। हरगांव से पहले भी प्रियंका गांधी को रोकने के लिए पुलिस तैनात थी, लेकिन उनका काफिला निकलने में बाकि जगहों से कामयाब रहा था।
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प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धक्का दिया है, साथ ही हाथ मरोड़ने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस ने लाठी चार्ज किया है।
श्रीमती @priyankagandhi जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे… #लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/HZiojipujc
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 4, 2021
इससे पहले प्रियंका गांधी को लखनऊ में भी पुलिस अधिकारियों ने कुछ देर के लिए रोका था। प्रियंका गांधी के साथ इस दौरे पर हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ-साथ कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी साथ हैं।
कांग्रेस नेताओं के अलावा भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत भी कई समर्थकों के साथ सोमवार तड़के लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं। समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं का आज लखीमपुर का दौरा करने का कार्यक्रम है। यही कारण है कि सरकार ने सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर के बाहर भी पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी के दौरे से पहले रविवार को कृषि विरोधी कानून के विरोध के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें चार किसानों और चार भाजपा कार्यकर्ताओं की जान चली गई। इस मामले में किसानों का आरोप है कि एक वाहन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा सवार था। उसने चार किसानों को कुचल दिया।