वहीदा रहमान ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वह अकसर शीशे के सामने खड़े होकर चेहरे बनाती थीं, जिससे उनके पिता ने उन्हें पागल समझ लिया था।

बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस वहीदा रहमान ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। वहीदा रहमान ने तेलुगू फिल्म ‘रोजुलू माराई’ फिल्म से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था और इसके बाद वह हिंदी सिनेमा की कई हिट फिल्मों में नजर आई थीं। वहीदा रहमान में एक्टिंग का कीड़ा तो बचपन से ही था, लेकिन यह बात उन्हें बाद में पता चली थी। इतना ही नहीं, कई बार वह शीशे के सामने खड़ी होकर अजीबों-गरीब शक्लें भी बनाती थीं, जिसे लेकर उनके पिता ने उन्हें पागल तक समझ लिया था।
वहीदा रहमान ने इस बात का खुलासा ट्विंकल खन्ना को दिए इंटरव्यू में किया था। दरअसल, ट्विंकल खन्ना ने एक्ट्रेस से सवाल किया था कि आप शुरुआत में डॉक्टर बनना चाहती थीं? इसका जवाब देते हुए वहीदा रहमान ने कहा, “हां मैं डॉक्टर ही बनना चाहती थी। उन दिनों में खासकर मुस्लिम परिवार के लिए सम्मानजनक व्यवसाय डॉक्टरी ही था। तो मुझे भी लगा कि चलो यही करते हैं।”
वहीदा रहमान ने इस सिलसिले में आगे कहा, “यहां तक कि आज भी मैं मेडिकल जर्नल्स और अलग-अलग तरह के इलाज के बारे में पढ़ना पसंद करती हूं।” एक्टिंग में कदम रखने के बारे में उन्होंने कहा, “मेरी मां अकसर कहती थीं कि मैं अलग-अलग तरह के चेहरे बनाया करती थी। मैं शीशे के सामने खड़े होकर चेहरे बनाया करती थी।”
वहीदा रहमान ने इस बारे में आगे कहा, “ऐसे में मेरे पिता ने मेरी मां से यह चेक करने के लिए कहा कि कहीं मैं पागल तो नहीं हो गई हूं। एक दिन मेरे पिता ने भी मुझसे पूछा कि मैं ये सब क्यों करती हूं। मैंने उनसे कहा कि मैं लोगों को हंसाना और उन्हें रुलाना चाहती थीं। उस वक्त मुझे यह नहीं मालूम था कि मैं सच में एक्टिंग करना चाहती थीं।”
वहीदा रहमान ने इंटरव्यू में बताया कि उनकी जिंदगी में कुछ भी उन्होंने तय नहीं किया था। उन्होंने इस बारे में कहा, “मेरी जिंदगी में जो कुछ हुआ, मेरा करियर, मेरी शादी और बाकी चीजें, मैंने कभी भी इनकी योजना नहीं बनाई थी, बस इनके पीछे चल दिया था।”