छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा, ‘‘यदि भाजपा किसी से सबसे ज्यादा भयभीत है तो वह गांधी-नेहरू परिवार है। जब इंदिरा गांधी सत्ता में आई थीं, तब यही जनसंघ के लोग उन्हें ‘गूंगी गुड़िया’ कहते थे। इस वाक्य का इस्तेमाल कर वे उनका मजाक उड़ाते थे।’’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मारन परिवार से लेकर गांधी परिवार पर निशाना साधा है। विलुप्पुरम में रविवार को एक जन सभा में वह बोले- एक तरफ AIADMK और NDA (BJP के नेतृत्व वाला गठबंधन) को आम जन और गरीबों के कल्याण की चिंता है। वहीं, दूसरी ओर DMK और Congress भ्रष्ट हैं व वे बांटो और राज करो की रणनीति पर चलती हैं।
बकौल शाह, “सोनिया गांधी को राहुल बाबा को प्रधानमंत्री बनाने की चिंता है, जबकि स्टालिन उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर चिंतित हैं।” गृह मंत्री के मुताबिक, कांग्रेस 12 लाख करोड़ के घोटाले में भी शामिल थी और उस समय DMK उसके साथ गठबंधन में थी। सारे जी- 2जी, 3जी और 4जी तमिलनाडु में हैं। 2जी माने मारन परिवार की दो पीढ़ियां, 3जी का मतलब करुणानिधि के तीन पुश्तों से है, जबकि 4जी का अर्थ गांधी फैमिली की चार पीढ़ियों से है।
उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मानना है कि भाजपा भारतीय राजनीति में व्यापक मौजूदगी रखने वाले गांधी-नेहरू परिवार से ‘‘भयभीत’’ है। उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए ‘‘एकमात्र विकल्प’’ हैं। बघेल ने कहा कि भगवा पार्टी गांधी से बहुत डरती है क्योंकि वह लगातार लोगों को प्रभावित करने वाले प्रासंगिक मुद्दे उठाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि भाजपा किसी से सबसे ज्यादा भयभीत है तो वह गांधी-नेहरू परिवार है। जब इंदिरा गांधी सत्ता में आई थीं, तब यही जनसंघ के लोग उन्हें ‘गूंगी गुड़िया’ कहते थे। इस वाक्य का इस्तेमाल कर वे उनका मजाक उड़ाते थे।’’ बघेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘लेकिन, इंदिरा गांधी ने अपने काम के जरिये साबित कर दिया कि वह एक लौह महिला थीं। जब उन्हें मौका मिला, उन्होंने पाकिस्तान का विभाजन कर बांग्लादेश बनाया। दुनिया ने ऐसा पहले नहीं देखा था जो उन्होंने किया था।’’
राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा सांसद (राहुल) देशभर में भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ने वाले एकमात्र अखिल भारतीय नेता हैं। बघेल ने कहा, ‘‘राहुल गांधी से भाजपा इतना डरती क्यों है? जबकि वह सिर्फ एक सांसद हैं। क्योंकि, राहुल जमीन से जुड़े नेता हैं। वह आम लोगों की आवाज सुनते हैं और उनके मुद्दे उठाते हैं।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)