आईपीएल 2021 के 48वें मुकाबले में थर्ड अंपायर कृष्णमचारी श्रीनिवासन अपने फैसले को लेकर चर्चा में आ गए। मैच के दौरान ऐसा मामला सामने आया जिसमें स्निकोमीटर में स्पाइक आने के बावजूद थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को नॉटआउट दे दिया।

आईपीएल 2021 के 48वें मुकाबले में थर्ड अंपायर के एक फैसले के बाद सोशल मीडिया पर जमकर बवाल हो रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और पंजाब किंग्स के बीच जारी मुकाबले की पहली पारी में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें स्निकोमीटर में स्पाइक आने के बावजूद थर्ड अंपायर कृष्णमचारी श्रीनिवासन ने नॉटआउट दे दिया। कई लोग इस फैसले को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
दरअसल ये वाकया सामने आया पहले खेल रही आरसीबी की पारी के 8वें ओवर के दौरान। उस वक्त गेंद थी रवि बिश्नोई के हाथों में और सामने थे 35 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे देवदत्त पडिक्कल। बिश्नोई के इस ओवर तीसरी बॉल को पडिक्कल ने रिवर्स स्वीप करने की कोशिश की।
गेंद विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों में गई और पंजाब किंग्स ने विकेट के लिए अपील की। फील्ड अंपायर ने इसे नॉटआउट करार दिया। जिसके बाद कप्तान केएल राहुल ने एकमात्र रिव्यू ले लिया।
रिव्यू में दिखाए गए स्निकोमीटर में साफ स्पाइक उस वक्त दिखाई दी जब गेंद पडिक्कर के ग्लव्ज के पास से गुजर रही थी। लेकिन थर्ड अंपायर कृष्णमचारी श्रीनिवासन ने इसे नॉट आउट करार दिया।
थर्ड अंपायर के इस फैसले के बाद केएल राहुल काफी नाखुश दिखे और उन्होंने इसे लेकर फील्ड अंपायर से स्पष्टीकरण भी मांगा। थर्ड अंपायर के इस फैसले को लेकर कमेंटेटर गौतम गंभीर भी नाखुश नजर आए।
उन्होंने साफतौर पर कहा कि पहले फील्ड अंपायर ने गलती की और फिर थर्ड अंपायर ने भी। इसी के साथ पंजाब किंग्स ने अपना एकमात्र रिव्यू भी गंवा दिया।
केएल राहुल के कैच पर भी मचा था बवाल
आपको बता दें कि कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पारी के आखिरी ओवर में पंजाब किंग्स के सेट बल्लेबाज केएल राहुल के कैच को लेकर भी बवाल मचा था। ये कैच पकड़ा था राहुल त्रिपाठी ने जिनकी उंगलियां गेंद के नीचे नजर आ रही थीं। थर्ड अंपायर ने इसे नॉट आउट करार दिया था और अंत में पंजाब किंग्स ने ये मुकाबला 5 विकेट से अपने नाम किया था।
गौरतलब है कि थर्ड अंपायर्स के पास कई तकनीकों का सहारा होता है। समय की पाबंदी नहीं होती है और अलग-अलग एंगल भी देखने के लिए सुविधा होती है। ऐसे में इस तरह के फैसले निश्चित ही अंपायरिंग पर सवाल खड़े करते हैं। ये फैसले जब थर्ड अंपायर द्वारा लिए गए हो तो बवाल मचना लाजिमी है।